Uttarkashi Tunnel Rescue: उत्तरकाशी टनल में फंसे हुए मजदूर सफलतापूर्वक बाहर आये, उनके परिवार और बचाने वालों को पीएम मोदी का सलाम |
मंगलवार को दोपहर करीब 1:00 बजे जैसे ही पाइप टनल के माल में के पार होने की सूचना मिली पूरे सिलक्यारा में उत्सव का माहौल बन गया सूचना मिलते ही सीएम पुष्कर सिंह धामी भी दोबारा उत्तरकाशी पहुंचे
Uttarkashi Tunnel Rescue PM Modi Reaction:
उत्तराखंड के उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरो का बचाव अभियान 17वें दिन सुरक्षित सफलतापूर्वक पूरी हुई। बाहर आने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी जाहिर की, पीएम मोदी ने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल पर लिखा, कहा उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है
https://x.com/narendramodi/status/1729521654584479876?s=20
पीएम मोदी ने आगे लिखा,
उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है। टनल में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है। मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं। यह अत्यंत संतोष की बात है कि लंबे इंतजार के बाद अब हमारे ये साथी अपने प्रियजनों से मिलेंगे। इन सभी के परिजनों ने भी इस चुनौतीपूर्ण समय में जिस संयम और साहस का परिचय दिया है, उसकी जितनी भी सराहना की जाए वो कम है। मैं इस बचाव अभियान से जुड़े सभी लोगों के जज्बे को भी सलाम करता हूं। उनकी बहादुरी और संकल्प-शक्ति ने हमारे श्रमिक भाइयों को नया जीवन दिया है। इस मिशन में शामिल हर किसी ने मानवता और टीम वर्क की एक अद्भुत मिसाल कायम की है।
और बता दे कि मजदूर टनल से बाहर निकालने के बाद अस्पताल भेजे जा रहे हैं सुरंग में भारी मलबे को हटाकर 800 मिमी की पाइप भीतर फंसे लोगों के पास पहुंचाई गई। इस को टनल से मंगलवार रात 7:15 बजे से मजदूरों को बाहर निकलने का काम शुरू हुआ इस भावुक रेस्क्यू अभियान के बाद इन्हें सकुशल बाहर निकाला गया मलवे से बंद सुरंग में 4 से 6 इंच के पाइप के जरिए मिल रही ऑक्सीजन और भोजन के भरोसे ही जी रहे । श्रमिकों को अंदर (16 दिन से ज्यादा) 398 घंटे से ज्यादा वक्त बिताना पड़ा। मंगलवार दोपहर करीब 1:00 बजे जैसे ही पाइप टनल के अंदर मलबे को पार कर होने की सूचना मिली पूरे सिलक्यारा में उत्सव का माहौल बन गया सूचना मिलते ही सिएम पुष्कर सिंह धामी भी दोबारा उत्तरकाशी पहुंचे वह सुबह सीएम सिलक्यारा गए थे और वहां बाबा बौखनाथ से सभी को सकुशल बाहर निकालने का आशीर्वाद मांगा था पाइप टनल के अंदर से बाहर आने पर श्रमिको के लिए स्थाई अस्पताल इन्तजाम कर दिया गया था देर शाम को जैसे ही पहले मजदूर पाइप टनल के रास्ते बाहर निकले सिएम पुरस्कर सिंह धामी ने फूल माला पहनाकर स्वागत किया।
आखिरी के कुछ क्षणों में आई बाधा
रेस्क्यू ऑपरेशन के आखिरी के क्षणों में मलबे के रूप में एक बार फिर से बड़ा संकट आने से 4 घंटे से ज्यादा वक्त तक काम रोकना पड़ा। सूत्रों के अनुसार: पाइप टनल बनाने की वजह से वहां दोबारा मालवा आने लगा मालबे की सफाई के बाद भीतर लोगों को पाइप टनल तक लाने के लिए प्लेटफार्म तैयार करना पड़ा करीब रात करीब 7:15 बजे प्लेटफार्म और पाइप की बिल्डिंग का काम पूरा होने के बाद मजदूरों को बाहर निकलने जाने लगा सिएम पुष्कर सिंह धामी ने स्वयं दोबारा टनल में जाकर मजदूरों को स्वागत किया इससे पहले उन्होंने सुरंग में दोबारा जाने से पहले बाबा बौखनाथ नाथ का आशीर्वाद लिया उनके साथ केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल बीके सिंह भी थे
12 नवंबरको दीपावली के ही दिन श्रमिक टनल में फंसे थे
12 नवंबर को दीपावली के त्यौहार ही सुबह 5:00 बजे के करीब 41 मजदूर सुरंग के भीतर फंस गए थे तब से उन्हें बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू टीम का अभियान चल रहा था कई मजदूरों के परिजन भी सिलक्यारा पहुंच गए थे पीएमओ लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन पर निगाह बनाए हुए था पीएमओ के अधिकारियों की टीम पिछले कई दिनों से यहां कैंप किए हुए थे|